( तू जग जननी मात ज्वाला तेरे ही कर्म से दुनिया में उजाला,
शेरावालिये नी माये शेरावालिये नी माये ज्योतावलिये,
शेरावालिये नी माये ज्योतावलिये। )
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ,
दर तेरे आया हूँ दर तेरे आया हूँ,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ……..
ऊँचे पहाड़ा बीच बैठी मेरी माये दुनिया दे रंग बनाये,
दुनिया दे रंग बनाये दुनिया दे रंग बनाये,
ओके नी संग दा बन बन के टोली मुँह मंगिया मुरदा पान दे,
माँ मेरी झोली है भर दी, दिलाना जो माँगन आवे,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ……..
झोली है खाली तन पे ना कपड़ा तेरे तो माँगन मै आया,
माये मेरी तेरे तो माँगन मै आया,
हाथ जोड़ के माँ अरजा है करदा मेरी डूब दी नैया बचा ले,
तेरे हाथ डोर नी माये मेरी जा चढ़ जा पार लगा ले,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ……..
मेरिया नसीबा वाले बूहे तू खोले,
आज खोल भावे कल खोल,
मेरिया हालता ते दुनिया है हसदी क्यों छड्ड गई माँ मेरी मैनु,
हाल दिल दा माँ तैनू सुनावा होर सुनावा केहनु,
शेरावालिये नी मेरिये माइये दर तेरे आया हूँ……..