नाचत कुदत चलि आई माँ काली,
खेलत कुदत चली आई माँ काली,
कलकत्ता की महा मई काली,
लट भिखराई आई माँ काली,
लचत घुमाती चली आई भवानी,
खेलत कुदत चली आई माँ काली,
शुंभ निशुंभ विधारनी माता हे जगजननी हे जग दाता,
भगतो की रक्शा करो महाकाली,
नाचत कुदत चलि आई माँ काली,
मनमंदिर में तेरी मूरत निशदिन देखु तेरी सूरत,
किरपा करो महाकाली भवानी,
नाचत कुदत चलि आई माँ काली,
नीरज गाये महिमा तेरी अर्जी सुन न माता मेरी ,
निश दिन करू जय जय कार भवानी ,
नाचत कुदत चलि आई माँ काली,