मैं तो न आई तू ही आना,
अपने संग मुझको ले जाना
लाल चुनरियाँ दम दम दमके
क्यों सूरज की लाली चमके
हाथो में कंगना खनकाना
पैरो में पायल छन काना
नाथ को बबांधे परथ कर तुम
सुंदर बनाया अपना भेष
मेरी मैया जी आना मेरे देश,
तन पे केसर चन्दन मल के
आँखों से करुना रस छल के
गोरा गोरा मुखड़ा तेरा
यु धरती पर हुआ सवेरा
चरणों का दो दर्शन कर ले
माँ को केह कष्टों को हर ले
मेरा ये दिल खाली है माँ
करना तुम इन में परवेश,
मेरी मैया जी आना मेरे देश,