खाले बाजरे की रोटी हनुमान,
तू चूरमे न भूल जावेलो॥
जाटनी के हाथ की बनी है कमाल की,
सागे ल्यायो हांडी में कड़ी और दाल की.॥
गुड मिठो- मिठो रे हनुमान,
चूरमे ने भूल जावेलो ....
राम ने खिलाइयो माता सीता ने खिलाइयो..
थे भी खाइयो और लक्ष्मण ने जीमइयो॥
लक्ष्मण जी करे फरियाद तु,
चूरमे ने भूल जावेलो ....
बनवारी रोट ईसा ढुढंतो रवेगो...
हरियाणे मे पतो मेरो पूछतो रवेगो॥
पूछतो रवेगो मेरो नाम,
चूरमे ने भूल जावेलो......