आओ आओ गजानन आओ आके कीर्तन में दर्शन दे जाओ
शिव गोरा के प्यारे घजानन,
सारे देवो में न्यारे घजानन
अब तो धन्य हमे कर जाओ
आके कीर्तन में दर्शन दे जाओ
जो भी मन से विनायक ध्यावे
मन चाहा हर इक फल पावे
रिधि सीधी को संग में ले आओ
आके कीर्तन में दर्शन दे जाओ
सब से पेहले हो पूजन तुम्हारी,
तेरी किरपा पे दुनिया बलिहारी
होके मुसक सवार हो आ जाओ
आके कीर्तन में दर्शन दे जाओ