जय गणपति दुविधा हटी,
जो तुमको किया प्रणाम....-2
नाम जो ले तेरा सबसे पहले,
पूर्ण करना काम,
जय गणपति दुविधा हटी....
रिद्धि सिद्धि के तुम दाता,
प्रथमे तुम्हें ध्याएं हम....-2
विघ्न हरण हे सुख दाता,
सब सुख तुम्हीं से पाएं हम...-2
देवी देव मनाएं तुमको,
हम बालक अनजान,
जय गणपति दुविधा हटी....
मिटते सकल कलेश ही,
नाम गजानन ध्यान से....-2
काम सफल हो जाते सारे,
गौरी लाल मनाने से...-2
अच्छा होता है गणपति,
जपने का अन्जाम,
जय गणपति दुविधा हटी....
तीन लोक के स्वामी हो,
मूषक बना सहायक है...-2
नाम अनेकों प्रभु तेरे,
वक्रतुण्ड गणनायक हैं....-2
करलो अब स्वीकार विनायक,
करता "श्याम" प्रणाम,
जय गणपति दुविधा हटी,
जो तुमको किया प्रणाम,
नाम जो ले तेरा सबसे पहले,
पूर्ण करना काम,
जय गणपति दुविधा हटी....