नाथ मिल गया रे भोले नाथ मिल गया है
मार लिया बाजी वैद नाथ मिल गया है
नाथ मिल गया रे.....
फिर सच हुई इक भक्त की कहानी रे,
शिव ने सकाष्ट होकर हरी परेशानी रे
साथ मिल गया रे सिर पे हाथ मिल गया रे
तार दिया मुझे तारक नाथ मिल गया रे
नाथ मिल गया रे
मांगता रहा मैं इस दुनिया से सुख रे,
पर सारे लोक हुए मुझसे बिमुख रे
साथ मिल गया है अब तो साथ मिल गया है
गई रे गरीबी भेरव नाथ मिल गया है
नाथ मिल गया रे
शिव ही सम्बाले गे ये मेरी है गारेंटी रे,
शिव बिना शव हो तो मिलेगी न शान्ति रे
पाप टल गया रे अब तो छाप टल गया रे
जीत लूँगा विशव को विश्व नाथ मिल गया है
नाथ मिल गया रे