मैया की किरपा जिस घर में उस घर में खुशियाँ रेहती है
देखो सुख की गंगा बेहती है,
माँ तेरा दरबार लगाया है शरदा से उसे सजाया है,
देखो ध्वजा नारियल पान सुपारी चरणों में माँ के चडाया है,
मैया की किरपा जिस घर में उस घर में खुशियाँ रेहती है
देखो ढोल मंजीरा भाजे है सब झूम झूम कर नाचे है,
मैया की चुनरियाँ साजे है मैया की चूड़ियाँ बाजे है
मैया के माथे लाल बिंदियाँ देखो कितनी सुंदर लगती है
मैया की किरपा जिस घर में उस घर में खुशियाँ रेहती है
मेरे मैया शेरावाली है मेरी मैया पहाडा वाली है,
मेरी मैया बड़ी दयालु है मेरी मैया बड़ी किरपालु है
जगजनी माँ सारी दुनिया में भगतो की रक्शा करती है
खुशियों से घर को भर्ती है
मैया की किरपा जिस घर में उस घर में खुशियाँ रेहती है