गुफा तो बाहर आ भगता नु पुछदी एह महा माया,
मेरा चंचल क्यों नही आया मेरा चंचल क्यों नही आया
नवे साल दा मेला हर दम कटरे विच लग दा ऐ,
देश विदेश दा यात्री भेटा चंचल दिया सुन्दा ऐ,
माँ पुछदी एह ओहने मेरा जय कारा क्यों नही लाया
मेरा चंचल क्यों नही आया मेरा चंचल क्यों नही आया
जावो नही कोई मोड़ ले आओ मेरे चंचल प्यारे नु
अखियाँ तरस गईया अखियाँ दे तारे नु
सब नु शक्ति देवन वाली माता दा दिल गबराया
मेरा चंचल क्यों नही आया मेरा चंचल क्यों नही आया
युग युग जीवन भापा जी सारे लोकी एहियो चाहंदे ने
चंचल दी भेटा चो सागर दर्शन माँ दे पाऊंदे ने
यात्रा तो पेहला सुन दे ने चलो बुलावा आया
मेरा चंचल क्यों नही आया मेरा चंचल क्यों नही आया