लाख सहारे दुनिया के पर मेरा सहारा साईं है,
इस झूठी नगरी माया में बस मेरा सहारा साईं है,
लाख सहारे दुनिया के पर मेरा सहारा साईं है,
मैं यु भटकता फिरता था आकर तूने मुझे थाम लिया,
वो वक़्त नि मैं भुला हु जब सब ने मुझे दुद्धकार दियां,
लाख सहारे दुनिया के पर मेरे....
तेरे घर आंगन की छाया में सुख चैन मिला आराम मिला,
ये जाने क्या दुनिया सारी तेरा संग मिला तेरा प्यार मिला,
लाख सहारे दुनिया के पर मेरे....
जो जान के भी तुझे पा न सका वो क्या तेरा हो पाए गा,
वो निर्धन है अज्ञानी है वो कैसा कर्म कमाये गा,
लाख सहारे दुनिया के पर मेरे....