मुझको कोयल बना दे साईं तेरे बगियन की,
कह तू उड़ दी फिरू मैं साईं तेरी गलियां की,
मुझको कोयल बना दे साईं तेरे बगियन की,
छोड़ के आया मैं सारा जमाना ,
अपने चरण में देदो ठिकाना,
रो रो सुख गए है अनसु मेरी अखियन के,
तारा है सब को मुझको भी तारो,
कोयल बना के मुझको सवारों अर्जी सुन लेना साईं मन चितवन की,
एह मेरे मालिक एह मेरे स्वामी मांगे सलामत
तेरी गुलामी नैया पार लगा दे साईं मेरे जीवन की,
मुझको कोयल बना दे साईं तेरे बगियन की,