तेरे मोटे नैन कटीले मेरे चित का चैन चुराए
जब तक न देखू तुझको मुझे इक पल न चैन आये
तेरी सवाली सूरत कान्हा रातो की नींद उडाये
तेरे मोटे नैन कटीले मेरे चित का चैन चुराए
छैल छबीले नैन है काले नैनो ने जादू कैसा डाला,
देख के इनके रंग रूप को तन मन मेरा हुआ मतवाला,
तेरे नैन बड़े कजरारे जब कजरा नैन समाये
तेरे मोटे नैन कटीले मेरे चित का चैन चुराए
तेरे नैनो की एक झलक को नैन मेरे वेचैन हो जाए ,
नैन नशीले देख कान्हा के गोपिया सुध बुध अपनी गावाये,
जो देखे कान्हा तुझको तेरे नैनो में खो जाए
तेरे मोटे नैन कटीले मेरे चित का चैन चुराए