मुझसे तो हर रिश्ता श्याम निभाता है,
जाने कौन से जन्मो का ये मेरा नाता है,
यार सखा भाई कभी ये बन जाता है,
ममता की लोरी गा कर सुलाता,
हर दम पिता की तरह उठा ता,
भाई सखा ये बन क्र के मेरा दूर करे हर मुश्किल का गेरा,
भाई बड़ा बन के कभी ये समजता है,
जाने कौन से जन्मो का ये मेरा नाता है,
देखा है जब से खाटू नगर को,
भुला हु दुनिया के हर शहर को,
माथे से माटी किसकी लगाउ,
कहता है दिल न खाटू से जाऊ,
खाटू मुझे आकर चैन आता है,
जाने कौन से जन्मो का ये मेरा नाता है,
मुझपे कर्म ये इसका हुआ है,
पूरी हुई हर दिल की दुआ है,
खाटू दरबार ही मेरा संसार है,
शर्मा का सब कुछ श्याम सरकार है,
हर ग्यारस पर मुझको खाटू भुलाता है,
जाने कौन से जन्मो का ये मेरा नाता है,