राम जी से जब हनुमान मिल गये,
रावण के सब सिंगासन हिल गये,
कोई असुर बचे न चली राम जी की सेना,
बोले माहवीर जय श्री राम,
राम जी से जब हनुमान मिल गये....
बोले हनुमान रावण देख पश्तायेगा,
प्रभु से जो वैर किया दुष्ट मरा जायेगा,
मत कर अभिमान समजाये हनुमान,
प्रभु शरण में तेरा कल्याण,
राम जी से जब हनुमान मिल गये,
जान ले मूरख वो तो अयोद्या नरेश है,
माने जिन्हे ब्रह्मा विष्णु और महेश है,
जिनकी शक्ति अपार इन्हे पूजे संसार,
है महिमा बड़ी ही महान,
राम जी से जब हनुमान मिल गये,
हटा नहीं पीछे रावण झूठी आन वान से,
मारा गया दुष्ट फिर राम जी के वाण से,
जब टुटा अभिमान तब निकले है प्राण,
बोला रावण भी जय श्री राम,
राम जी से जब हनुमान मिल गये,