दुनिया दा ठुकराया हो या शरण तिहारी आया
हे प्रित्पाली लाटा वाली मेहर करो महामाया
बेडी विच मजधार फसी है डोले जींद निमानी
जिस पासे भी चाती पावा सो सो करदा पानी
चंदा रूप भयानक सारे देख के दिल गबराया
हे प्रित्पाली लाटा वाली मेहर करो महामाया
मैं ओ फुल जो दानो टुटा जे न पूरा खिलेया,
ऐसा केहर समय ने किती मिटटी दे विच मिलिया
पैरा हेठ मचोल के दुनिया बेडा हाल बनाया
हे प्रित्पाली लाटा वाली मेहर करो महामाया
तेरे बिन कोई था न मेरी दुनिया वेखी वाली
चन अपने दी बिगड़ी बना दे बिगड़ी बनावन वाली
इस बेदर्द जमाने कोलो दिल मेरा उताया,
हे प्रित्पाली लाटा वाली मेहर करो महामाया