सतगुरु जी तेरे दर्शन को आये है बच्चे तेरे
आये है भगत तेरे
माँ कलसा का राज दुलारा
संतोक पिता की आँखों का तारा,
सतगुरु जी तुम्हे शीश जुकाने को
आये है बच्चे तेरे
कांशी वानरस धाम पुराना
संग ते जपले नाम गुरा दा,
सतगुरु जी तेरा सत्संग करने को
आये है बच्चे तेरे
गोल्डी मुजफत महिमा लिखदा
गुरु रविदास कण कन विच दिसदा
सतगुरु जी तेरा सिमरन करने को
आये है बच्चे तेरे