नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,
इक वारि मैया दे द्वारे आके वेख लै
नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,
जिंदगी दी रसिया नु प्रीता न वट लै
आके इस जग विच कुझ ते तू खत लै,
वग रही गंगा दे किनारे आके वेख लै,
नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,
मिठिया मुरादा आके पावे गा द्वार तो
सब कुझ फीका आगे माँ दे दुलार तो
झुकदे ने जिहदे आगे सारे आके वेख लै,
नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,
कोमाल माँ दे भगता दी रेह्न्दी उची शान ए,
सतरंगी पींघ चडी वेखदा जहान ऐ,
रेहमता दे ज्योति तू नजारे आके देख लै,
नाम वाली पींघ दे हुलारे खा के वेख लै,