बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा दरबार,
पूरब पचम उतर दशन दिशाओ में राज तेरा,
योगो योगो से चलती आये तेरी ही सरकार,
चाकर रखलो राधा रानी ......
तीन लोक चोदाहा भवनों में फेला कारोबार तेरा,
बड़े बड़े राजा महाराजा तेरे अगे सब लाचार,
चाकर रखलो राधा रानी........
ना मै मंगू धन दोलत में तो मंगू प्यार तेरा,
रहे बरसता हमपर प्यारी तेरा अमृत प्यार,
चाकर रखलो राधा रानी ......
छोड़ के इस दुनिया के झंझट आई हु दरबार तेरे,
नजर किरपा की हमपर श्यामा करदो एक बार,
चाकर रखलो राधा रानी .........