श्री रामचंद्र जी की मिथिला बरात आई
घर-घर बजी बधाई घर-घर खुशी मनाई,
अपनी अटारिया पर भामिन झरोखे ठाड़ी
कह रही सखी सिया से देखो बरात आई
श्री रामचंद्र जी की मिथिला बारात आई,
नारद गणेश शंकर थे इंद्र से बराती
देखो बरात सुंदर रघुवीर की सजाई
श्री रामचंद्र जी की मिथिला बरात आई,
कौशल किशोर दूल्हा दुल्हन जनक दुलारी
कहे तुलसीदास कर जोरी यह जोड़ी सुधर बनाई
श्री रामचंद्र जी की मिथिला बरात आई,