मैंने पहनी है नई नई साड़ी,
ना मारो पिचकारी रसिया,
गोवर्धन से मैं ब्याह कर आई,
कसम मेरो बड़ो सख्त कन्हाई,
मेरी कर देगा खातिरदारी,
मैंने पहनी है नई नई साड़ी.....
सास नणद से करके बहाना,
होरी खेलन आई हूँ कान्हाँ,
मैं दुल्हनिया हूँ अनाड़ी,
ना मारो पिचकारी रसिया,
मैंने पहनी है नई नई साड़ी.....
अगली बार मेरे बाँके बिहारी,
आउंगी करके मधुप तैयारी,
मोहे जाने जो अबकी बारी,
ना मारो पिचकारी रसिया,
मैंने पहनी है नई नई साड़ी....