मैं हु दीवाना श्याम धनि का,
यार पुराना श्याम धनि का,
चरणों में बाबा के मेरी अर्जी लगा दो,
मेरा नाम सुधामा है जाके उसे बता दो,
मैं हु दीवाना श्याम धनि का.........
पुजारी जी इतना करो काम तुम,
मुझे श्याम की देदो इक शाम तुम,
कह दो मेरे मित्र से आंसूो के इतर से,
दर महकाना श्याम धनि का,
मैं हु दीवाना श्याम धनि का......
ना सोना न चांदी न धन चाहिए,
मुझे सँवारे की शरण चाहिए,
फागुन के मेले में मिलके अकेले में पाँव दबाना श्याम धनि का,
मैं हु दीवाना श्याम धनि का.......
दिखने है पैरो के छाले उसे वो शयद गले से लगा ले मुझे,
हारे को सहारा देना दुबे को किनारा देना काम पुराना श्याम धनि का,
मैं हु दीवाना श्याम धनि का..........