खाटू में बैठा सांवरिया भगता के दुःख दूर करे,
हे रे श्याम तेरे मंदिर में गिरास फागण धूम मचे हो,
लम्भी लम्भी लाइन लाग रही एह दी ठाठ ठाठ दर्श करे
हे रे श्याम तेरे मंदिर में गिरास फागण धूम मचे हो,
नीले चढ़ के आया रे सांवरिया मोर छड़ी तेरे हाथ सजे,
हे रे श्याम तेरे मंदिर में गिरास फागण धूम मचे हो,
शान को जबकि सांवरिया फिर दीपक ज्योत गजब जगे ,
हे रे श्याम तेरे मंदिर में गिरास फागण धूम मचे हो,