पूछे जो ज़माना क्या ठिकाना क्या है नाम
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम
ग़म आये ग़म जाए हम बिलकुल ना घबराएं
रखवाला खाटू वाला मेरी नैया पार लगाए
कहते हैं हम तो सबसे यही सीना तान
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम
नैनो की ज्योति वो होंठों की हैं हंसी वो
मेरे दिल की इस बस्ती में मस्ती वाली हस्ती वो
इतना ही भरते हम तो सपनो की उड़ान
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम
दिल की है धड़कन वो तन मन धन कण कण वो
मेरे कर्मो का दर्पण है वो गोलू का है जीवन वो
रसना रटे ये ये बस श्याम का ही नाम
मेरी पहचान मेरा खाटू वाला श्याम