खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे,
तुम हो हो आज से श्याम माता पिता हमारे,
खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे...
सुनती थी श्याम तुमने हारों की ही जिताया,
संकट में प्रेमियों ने बाबा तुझे ही पाया,
तेरी दया से टलते जीवन के दुःख सारे,
खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे...
तेरी दया से सांवरे जीवन में ना कमी है,
सूखा पड़ा था जीवन तुझसे हुई नमी है,
तेरी कृपा जो हो गई हो गए हैं वारे न्यारे,
खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे....
यूँ ही चलाते रहना जीवन की मेरी नैया,
तुम ही हो मेरे राम अब तुम ही हो कन्हैया,
ना होना दूर रवि से बालक है हम तुम्हारे,
खाटू में जबसे आई मिट गए है दुःख सारे....