वक़्त सुंदर सुहाना कमाल आ गया,
ब्रह्म बन के श्री दसरथ के लाल आ गया,
अब बधावा चहु ओर बजने लगे,
बांटने भर के मोती का थाल आ गया।
देवता सब भी दौरे दर्शन के लिए,
अपने जीवन को करने निहाल आ गया,
राम राजा बनेंगे खुशी है नगर में,
बीच में बन के कोई दीवार आ गया,
राम बन जाएंगे जब सुनी सब ये बात,
देश मे जैसे मानो भूचाल आ गया,