रसना में अगर तेरा नाम रहे
जग में फिर नाम रहे ना रहे
दिन रेहन हरी का ध्यान रहे,
सुख दुःख का ध्यान रहे ना रहे,
मन मंदिर में घनश्याम रहे ना रहे,
झूठा धन ध्यान रहे ना रहे,
तेरी किरपा का अभिमान रहे ,
कोई और अभिमान रहे ना रहे,
उस ठाकुर से पहचान रहे ना रहे,
फिर तन में प्राण रहे ना रहे,
बोल बांके बिहारी लाल की जय,
जय जय श्री राधे