प्रभु हाथ जिसका पकडे कभी छूटने ना देते,
अपने गले लगा कर हर ज़ख्म को है भरते,
नंदू दयालु मोहन भक्तों का रखवाला,
मझधार क्या करेगा मझधार भी किनारा,
जिसको तेरा भरोसा, जिसको तेरा सहारा....
तेरी कृपा से मोहन भक्तों की नाव चलती,
तूफ़ान हो या आंधी उनको तो राह मिलती,
हाज़िर हुआ तू हर पल भक्तों ने जब पुकारा,
मझधार क्या करेगा मझधार भी किनारा,
जिसको तेरा भरोसा, जिसको तेरा सहारा......
होंठों पे नाम तेरा दिल में उमंग तेरी,
अलमस्त सा रहूं मैं छायी तरंग तेरी,
रोशन है काली रातें पाकर तेरा नज़ारा,
मझधार क्या करेगा मझधार भी किनारा,
जिसको तेरा भरोसा, जिसको तेरा सहारा.....
प्रभु हाथ जिसका पकडे कभी छूटने ना देते,
अपने गले लगा कर हर ज़ख्म को है भरते,
नंदू दयालु मोहन भक्तों का रखवाला,
मझधार क्या करेगा मझधार भी किनारा,
जिसको तेरा भरोसा, जिसको तेरा सहारा.....