मोर बोले, चकोर बोले,
*आज राधा के, नैनो में श्याम डोले ll
श्याम मेरी भीनी भीनी, अँखियों का कज़रा ll
वही मेरी सूनी सूनी, बहियों का गज़रा* ll
हो,,,मेरे जीवन में ll, रस की फुहार बोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दूर से कन्हईया ने, मुझ को पुकारा ll
मुरली की धुन पे, किया है इशारा* ll
हो,,,मेरे सपनो की ll, वीणा के तार बोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
आज मेरे मन की, लगन रंग लाई ll
प्यार का संदेसा, कृष्ण संग लाई* ll
हो,,,मेरी बगिया में ll, छम छम बहार डोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल