छोड़े ना ये मुश्किल में थामे रहता हाथ मेरा,
पीछे पीछे चलता हु मैं आगे आगे श्याम मेरा,
जिस दिन से तू मिला है गुलशन मेरा खिला,
पहले तो कभी कभी था अब तो ये सिलसिला है,
सोचु जो भी चुटकियो में बनता है काम मेरा,
पीछे पीछे चलता हु मैं आगे आगे श्याम मेरा....
भूलू गा मैं कभी न मेरे रंजो गम मिटा के,
बैठा दिया फलक पे मुझे गोद में उठा कर,
चलता ही जाऊ जिहदार जैसा फरमान तेरा,
पीछे पीछे चलता हु मैं आगे आगे श्याम मेरा,
हे सँवारे बिहारी तुम्हे रोज ही मनाये,
गुणगान तेरा ना हो वो दिन कभी ना आये,
लेहरी मेरी अर्जु तू ही अरमान मेरा,
पीछे पीछे चलता हु मैं आगे आगे श्याम मेरा,