धुन- मेरा कोई न सहारा
मेरी विनती सुनो गिरधारी,
मैं आई शरण तिहारी l
मैंने छोड़ी दुनियाँ सारी,
अब कृपा करो बनवारी ll
मुझे ऐसी पावन भक्ति दो,
तेरा भजन करूँ वोह शक्ति दो ll
मुझे भाए न दुनियाँदारी,
मैं आई शरण तिहारी,,,
मेरी विनती,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरा जीवन सफ़ल बनाओ प्रभु,
अंतर्मन में वस जाओ प्रभु ll
यही मागूँ मैं कुँज बिहारी,
मैं आई शरण तिहारी,,,
मेरी विनती,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
प्रभु इतनी सी अब दया करो,
सब दीन दुखियों के कष्ट हरो ll
सब सुखी रहें संसारी,
मैं आई शरण तिहारी,,,
मेरी विनती,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल