लगे जिंदड़ी नू आन हुलारे
जदो दा तरा लड़ फड़ेया,
बेसहारेया नू मिल गए सहारे,
जदों दा तेरा लड़ फड़ेया....
जदो दी निहारी छवि श्याम तस्वीर दी,
सुध-बुध भुल गई मैं अपने शरीर दी,
मेरा रोम-रोम बोले जयकारा,
जदों दा तेरा लड़ फड़ेया,
लगे जिंदड़ी नू......
अंखा विच नुर श्याम दा समा गया,
मुदता दी सुती तकदीर जगा गया,
मेरा रोम-रोम आरती उतारें,
जदों दा तेरा लड़ फड़ेया,
लगे जिंदड़ी नू......
ऐसे छीटे मारो श्याम अपने प्यार दे,
दु:ख सारे भूल जावन ऐस संसार दे,
पांदे भंगडे भगत प्यारे,
जदों दा तेरा लड़ फड़ेया,
लगे जिंदड़ी नू......