ये दुनिया वाले क्या जाने मेरा आधार लखदातार
मेरा आधार लखदातार ....मेरा आधार लखदातार .......मेरा आधार लखदातार
नहीं मुझको कोई दरकार मेरा आधार लखदातार
ये दुनिया वाले क्या जाने................
नहीं आशा मुझे जग से नहीं कोई सिफारिश है
तुम आ जाओ मेरे दिल में बस ीतिनि सी गुज़ारिश है
समझ जायेगी दुनिया भी मेरा आधार लखदातार
ये दुनिया वाले क्या जाने................
आभारी हूँ मैं उनका भी जिन्होंने मारी थी ठोकर
मिला हूँ आज मैं खुद से जगत की भीड़ में खोकर
कहूं अब तान कर सीना मेरा आधार लखदातार
ये दुनिया वाले क्या जाने................
नहीं चिंता ना कोई डर सांवरा साथ जब मेरे
मुसीबत आ नहीं सकती है इनका हाथ सिर मेरे
गाये अब झूमकर आदि मेरा आधार लखदातार
ये दुनिया वाले क्या जाने................