झिरमिर झिरमिर रे ओ खाटूवाला म्हे रोवां जी बाबा म्हे रोवाजी
बाबा सुनल्यो करूण पुकार, अरजी म्हारी जी सुनल्यो सांवराजी
है किस्मत का जी,ओ खाटूवाला,लेखना जी कोई लेखना जी कोई
सब करमा को दोश,थै ही सुधारो जी,सुनल्यो सांवराजी..
झिरमिर झिरमिर...
करडी छाती जी,ओ खाटूवाला,कयुं भयाजी बाबा कयुं भयाजी
कंइया हुआ थे कठोर,टाबर बिलखे जी ,सुनल्यो सांवराजी
झिरमिर झिरमिर.....
छोड़ थारो दरबार, ओ खाटुवाला कित जांवा जी बाबा कित जांवा जी
और कोई ना आधार, हिवड़े लगाओ जी सांवराजी
झिरमिर झिरमिर ......