निकली है अपने भवनों से करके शेर सवारी माँ आती होगी
अपने बच्चो से मिलने वो जग की पालनहारी माँ आती होगी
पलके बिछादो माँ की राहो में धुल लग जाए न माँ के पाओ में
पलके बिछादो मैया की राहो में धुल लग जाए न मेहँदी के पाओ में
देख के प्यार हमारा हम पे जाए माँ बलिहारी माँ आती होगी
लाएगी हमारी दुआ रंग लाएगी,
हनुमान भेरो को माँ संग लाएगी,
प्यास विकास बुजेगी सब के मन की बारी बारी
माँ आती होगी