मेरा संवारा सलोना दिलदार लुटाने अपना प्यार आ गया,
होके नीले पे देखो सवार लुटाने अपना प्यार आ गया
ये किरपा की करता बरसात लुटाने अपना प्यार आगया,
पांडव कुल का ये अवतारी
तीन वान तरकश का धारी
ये करता हारो का कल्याण
लुटाने अपना प्यार आगया,
इस के द्वार पे जो कोई आता
खाली झोली भर ले जाता
इस को कहते है करुना निधान
लुटाने अपना प्यार आगया,
हार के जो तेरे दर पे आता
बाह पकड़ उसे जीत दिलाता
संगीता करे गुणगान
लुटाने अपना प्यार आगया,