मेरे श्याम की ऐसी अजब कहानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है
हर हारे को अपनी शरण में लेते है
इनका जलवा हर शय में नूरानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है
बचपन से ही शीश झुकाते आये हैं
तेरे दर से अपनी प्रीत पुरानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है
गैरों से उम्मीद ज़रा भी नहीं रखते
तेरे भक्तों के या खास निशानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है
दे दे दर्शन द्वार खड़े हैं भक्त तेरे
इनकी नैया तुझको पार लगानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है
बोले सावी तू है सहारा हारे का
भक्त दिनेश कहे तू शीश का दानी है
सारी दुनिया बाबा की दीवानी है