चाँद भी फीको पड़ गयो रे,
सांवरियो जादू कर गयो रे,
ऐसो सजो है रूप संवारा सब के मन डे भायो,
रंग रंगीलो फागणियो फागण पर फागण छायो,
भगता को मनड़ो हर गयो रे,
सांवरियो जादू कर गयो रे...
सजी धजी खाटू नगरी सुरगा ने शरमावे,
स्वर्ग छोड़ कर कई देवता एथे रमन में आवे,
प्रेम मुदित माण्डो भर गयो रे,
सांवरियो जादू कर गयो रे,
मैं भी थारा दर्शन करने खाटू नगरी आया,
अर्जी है सांवरिया से करदो मन का चाहा,
संजू भी चरने पड़ गयो रे,
सांवरियो जादू कर गयो रे,