कांवड़ उठा ले, ध्यान शिव का लगा ले,
भर देंगे झोली भोले, शिव को मना ले,
सावन के देखो बरसे बदरिया,
लगन लगी भोले से, रूके ना कांवड़िया,
नमः शिवाय नमः शिवाय हर हर महादेव,
हर कोई बोले बम बम के जयकारे,
मार देंगे झोली भोले, शिव को मना ले,
कोई लाए कावड़ भर के गंगा के जल से,
कोई लाए कावड़ भर के जमुना के जल से,
मैं भी अपनी कावड़ लाया चंबल के जल से,
राम तेरी शरण आया फरियाद सुन ले,
भर देंगे झोली भोले भक्ति ऐसी कर ले,
रचियेता - रामचंद्र चौहान ( राम जी)
स्वर - निलेश मनोहर
संगीत - विजय गोथरवाल
9826447996