जद जद माँ रोली घोलू मेरे मन में यो आवे
किन विध सथियों मांडू जो दादी ने बाहवे
जद जद माँ रोली घोलू मेरे मन में यो आवे
देली में धोकर के थारा चरण पखारू माँ
थारी चोकठ ने दादी हाथा सु बहारू माँ
किन विध अरदास करू मैं दादी खुश हो जावे,
किन विध सथियों मांडू जो दादी ने बाहवे
जद जद माँ रोली घोलू मेरे मन में यो आवे
मेहँदी की टिकी सु थारा हाथ रचाऊ माँ
रोली सी माथे पर थारे तिलक लगाऊ माँ
किन विध मैं थाणे रिजाऊ पो बारह हो जावे
किन विध सथियों मांडू जो दादी ने बाहवे
जद जद माँ रोली घोलू मेरे मन में यो आवे
अक्षत ले हाथा में थारे थोक लगाऊ माँ
पुडा को भोग लगा थारे चिटकी चडाऊ माँ
किन बिध यो हर्ष कहवे थारी किरपा हो जावे
किन विध सथियों मांडू जो दादी ने बाहवे
जद जद माँ रोली घोलू मेरे मन में यो आवे