संवारे की मधुवन में बाजे बंसुरिया
मगन बई रे सब सुन के गुजरिया,
चंदा सा चेहरा सुन्दरता निराली
मोती से दांत करी होठो पे लाली,
अरे कजरारे नैना कटीली नजरिया
मगन बई रे सब सुन के गुजरिया,
गरदन सजीली में मन मोहि माला
मस्ती में रूहमें ब्रिज की ये बाला
चाल मत वाली लचकीली कमरिया
मगन बई रे सब सुन के गुजरिया,
चलती कमरिया लेहरावे ये चोटी
काया रंगीली न पतली न मोटी,
सावन में बरसे ये रिमझिम बदरिया
मगन बई रे सब सुन के गुजरिया,
मुरली मनोज ये धुन में जागी
हस के खतना रामेश्वर बुला जी
आना बरसाने हम री नगरिया
मगन बई रे सब सुन के गुजरिया,