तर्ज - चूड़ी मजा न देगी , कंगन मजा न देगा
मुरली सुना दे कान्हा , बंशी सुना दे कान्हा - २
तेरे बगैर कान्हा - २ , दिल ये लगे कही ना ,
मुरली सुना दे कान्हा , बंशी सुना दे कान्हा - २
विनती मेरी हैं तुमसें , ओ मुरली वाले कान्हा ,
सब भूल जाये मुझको , तुम न मुझे भुलाना-२
तुम जो भूल गए तो - २ , मर जायेगा दीवाना - २
मुरली सुना दे कान्हा , बंशी सुना दे कान्हा - २
कब से खड़ा हूँ मोहन , आकर के तेरे दर पे - २
कब दर्शन दोगे कान्हा , कब किरपा करोगे मुझपे- २
तेरी कृपा हुई जो -२ , तर जायेगा दीवाना-२
मुरली सुना दे कान्हा , बंशी सुना दे कान्हा - २
Lyrics - Jay Prakash Verma, Indore