दुनिया जिनकी लीला की हर घडी दीवानी है
उनके चमत्कारों की सुनलो ये कहानी है
दुनिया जिनकी लीला की हर घडी दीवानी है
दो सौ मिल दूर पर लगी आग यु बुझाया था
एक लोटा पानी को धुनी में चढ़ाया था
आज तक नही कोई भेद ये बता पाया
दादाजी की धुनी में आग है पानी है
दुनिया जिनकी लीला की हर घडी दीवानी है
एक दिन तो दादा ने ये अजिब काम कर दिया
डाल कर के धुनी में लाश में भी जान भर दिया
दुनिवाले दादा के तपोबल के आगे तो
मौत का भी यमराजा हुआ पानी पानी है
दुनिया जिनकी लीला की हर घडी दीवानी है
उनके चमत्कारों की सुनलो ये कहानी है
दुनिया जिनकी लीला की हर घडी दीवानी है