मुझे अपनों ने मारा औरो का क्या दम था,
मेरी कश्ती वह डूब गयी जहाँ पानी काम था,
आप गैरो की बात करते हो हमने अपनों से चोट खायी है,
आप कांटो की बात करते हो हमने फूलो से चोट खायी है।।
तेज है लेकिन गमों की आंधियां चल जाएगी,
इन चिरागों को छुआ तो उंगलियां जल जाएगी।।
झील में तुम मत नहाना मल मल के गोरा बदन,
झील में तुम मत नहाना मल मल के गोरा बदन,
आग पानी में लगेगी मछलियां जल जाएगी,
तेज है लेकिन गमों की आंधियां चल जाएगी।।
शेर ए गुलशन बागवा में खुने दिल शामिल ना कर,
शेर ए गुलशन बागवा में खुने दिल शामिल ना कर,
वरना तेरे बाग की तितलियां उड़ जाएगी,
तेज है लेकिन गमों की आंधियां चल जाएगी।।
मत सताना दुल्हनों को माल दौलत के लिए,
मत सताना दुल्हनों को माल दौलत के लिए,
वरना एक दिन आपकी बेटी सताई जाएगी,
तेज है लेकिन गमों की आंधियां चल जाएगी..........