नारी का भाग्य मैया तूने कैसा बनाया है,
हर युग में दुनियाँ ने इसे कितना सताया है,
नारी का भाग्य मैया तूने कैसा बनाया है
सीता जैसी नारी को रावण ने सताया है,
उनके पति ने उनको वन वन में घुमाया है,
नारी का भाग्य मैया तूने कैसा बनाया है,
मीरा जैसी नारी को, राणा ने सताया है,
उनके पति उनको प्याला, विष का पिलाया है,
नारी का भाग्य मैया, तूनें कैसा बनाया है,
अहिल्या जैसी नारी को इंद्र ने सताया है,
उनके पति ने उनको पत्थर का बनाया है,
नारी का भाग्य मैया, तूनें कैसा बनाया है,
द्रोपदी जैसी नारी को कौरवों ने सताया है,
उनके पति ने उनको देखो जूएं में हराया है,
नारी का भाग्य मैया, तूनें कैसा बनाया है,
कलयुग में नारी को दहेज़ ने सताया है,
उनके पति ने उनको देखो जिन्दा जलाया है,
नारी का भाग्य मैया, तूनें कैसा बनाया है,