ऐसी कृपा करो भगवान्
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
करे तुम्हारा ही गुण गान
हर पल रहे तुम्हारा ध्यान
ऐसा दे दो दृण विशवास
आपको समझे अपने पास
चाहे सुबह हो या श्याम
हर पल रहे तुम्हारा ध्यान
सुख में आपको भूल न जाये
दुःख आने पर न घबराये
सुख में दुःख में
रहे सामान
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
ऐसी कृपा करो भगवान्
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
करे जगत के सारे धंधे
पर धंधो में पड़े न फंदे
जीवन होवे कमल सामान
हर दम रहे तुम्हारा ध्यान
ऐसी कृपा करो भगवान्
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
हर एक से हमे करे भलाई
किसी के साथ में करे न बुराई
ऐसे नेक बने इंसान
हर दम रहे तुम्हारा ध्यान
ऐसी कृपा करो भगवान्
हर दम रहे तुम्हारा ध्यान
गुण अपनाये अवगुन छोड़े
झूठ कपट से नाता तोड़े
नमर बने तज के अभिमान
हर दम रहे तुम्हारा ध्यान
ऐसी कृपा करो भगवान्
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
हे जगदीश्वर अन्तर्यामी
हम सेवक तुम हो स्वामी
मांग रहे तुमसे वरदान
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान
करे तुम्हारा ही गुण गान
हर पल रहे तुम्हारा ध्यान
ऐसी कृपा करो भगवान्
हर पल रहे तुम्हारे ध्यान