मुझे भा गया भोले तेरा ठिकाना,
में खुश हूँ जरा बाबा डमरू बजाना
में तो दीवाना दीवाना दीवाना ।।
भोले बाबा तुम्हारा मैं दीवाना.....-2
जटाओं पे गंगा का दीखे नजारा,
जमीं पर बहे बनके अमृत की धारा।
करे जग को पावन जो हर एक किनारा।
इसे भूल सकता नही जो जमाना।।
मैं खुश...........
माथे पे सोहे ये चन्दा तुम्हारे,
तन पे रमी भस्म मृगछाला डारे।
जगत हेतु भोले जहर कंठ धारे,
नंदी पे तेरा सदा आना जाना।।
मैं खुश........
सदा अपने भक्तों पे कृपा लुटाये,
उन्हें देखे दर्शन तू अपना बनाये।
तेरा भोलापन बाबा हमको है भाये,
राजेंद्र को नाथ मत भूल जाना।
मैं खुश........