केसरिया आसमान
और धरती ये हरी
चक्र तेरा कह रहा
हमसे नहीं रुकना कभी
मुश्किल हो चाहे
कितनी बड़ी पर
हार ना मानेगे हम
सपनो की तेरी ऊँची उड़ाने
होने ना देंगे कम
हम करते है ये वादा माँ
तेरी आखों में एक आंसू ना
आने देंगे दे देंगे जान
सुजलाम् सुफलाम् मलयजशीतलाम्
शस्य श्यामला मातरम्