बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा,
गिरिवरधारी रे, दूर करो दुःख मेरा,
बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा।।
सुना है जो तेरे दर में आवे,
उसके सब दुखड़े मिट जावे,
मैं आई शरण तिहारी रे,
आई शरण तिहारी रे,
प्यारे दूर करो दुख मेरा,
बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा,
गिरिवरधारी रे, दूर करो दुःख मेरा.......
सारी दुनियां की ठुकराई,
अब तो तेरी शरण में आई,
मेरी लाज रखो बनवारी रे,
प्यारे दूर करो दुख मेरा,
बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा,
गिरिवरधारी रे, दूर करो दुःख मेरा.......
मीरा अहिल्या गणिका नारी,
सब ही तुमने पार उतारी,
अब आ गई मेरी बारी रे,
प्यारे दूर करो दुख मेरा,
बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा,
गिरिवरधारी रे, दूर करो दुःख मेरा.......
मोर मुकुट पीतांबर धारी,
संग में हैं श्री राधा प्यारी,
इन दोनों की बलिहारी रे,
प्यारे दूर करो दुख मेरा,
बांके बिहारी रे, दूर करो दुख मेरा,
गिरिवरधारी रे, दूर करो दुःख मेरा.......