होली खेला तेरे संग मैं ओ सावरे,
पावा तेरे उत्ते रंग मैं ओ सावरे,
रंग गुलाल लेके थाली मैं सजाई है,
तेरे आवन दी मैं ता आस लगाई है,
मेरी गली विचो लंग वे ओ सावरे,
होली खेला तेरे संग मैं ओ सावरे
केहड़ी गलो दस मेतो दूर दूर रहना है,
सुन्दा नही गल नाहियो मुहो कुझ कहंदा है,
तेरो चंगे नहियो ढंग वे ओ संवारे,
होली खेला तेरे संग मैं ओ सावरे
तेरी ही दीवानी मैं ता तेरे ही रंग रंगी आ,
जो भी हां मैं तेरी हां श्यामा चंगी आ या मंदी आ,
तू लगा ले मेनू अंग वे,
होली खेला तेरे संग मैं ओ सावरे
होली दे दिना च सारे खुशिया म्नाउंदे ने.
दास वैर भाव सारे दिल चो भुलांदे ने,
मन निकी जही गल वे ओ संवारे,
होली खेला तेरे संग मैं ओ सावरे