मईया के पावन चरणों में है अनमोल खजाना,
अज्ञानी तो ढूंढा करता, ज्ञानी ने पहचाना,
मईया के पावन चरणों में है अनमोल खजाना।।
इतनी शक्ति दे मेरी मईया मैं तेरे गुण गाऊ,
सदा रहु चरणों में तेरे दूर कभी ना जाऊ,
प्यार में पागल हो जाऊ मैं, तेरा दर बने ठिकाना,
मईया के पावन चरणों में है अनमोल खजाना।।
डूबा रहु भक्ति में तेरी माँ मैं सांझ सवेरे,
मन मंदिर में तुम्हे बिठाकर दर्शन करू मैं तेरे,
लगा रहे यु ही मंदिर में, मेरा आना जाना,
मईया के पावन चरणों में है अनमोल खजाना।।
मईया की शीतल छाया में उमर गुजारूंगा मैं,
भक्त जो दर्शन को आएंगे भजन सुनाऊंगा मैं,
भटक ना जाऊ मैं जीवन में, राह दिखाती जाना,
मईया के पावन चरणों में है अनमोल खजाना।।